वीर हनुमान मन्दिर सामोद
Veer Hanuman Mandir Samode वीर हनुमान मन्दिर सामोद:-राजस्थान की राजधानी जयपुर से 43 किलो मीटर दूर स्थित पहाड़ी के ऊपर बना बहुत विशालकाये वीर हनुमान मन्दिर जिसको दूर दराज से लोग मन्दिर को देखने आते है दुनिया मैं समोद मन्दिर बहुत प्रसिद्ध माना गया है इस मन्दिर का निर्माण 600 वर्ष पहले हुआ था हिमालय से भ्रमण करते हुए आए थे संत श्री नग्नदास जी अपने शिष्य श्री लालदास जी के साथ ग्राम नांगल भरडा, तहसील चौमू में सामोद पर्वत पर स्थित यह मंदिर राजस्थान के सबसे धार्मिक स्थलो में से एक है। यह मन्दिर राजस्थान में ही नहीं अपितु पूरे भारत में प्रसिद्ध है| इस मंदिर में शनिवार और मंगलवार को भक्त और दर्शानार्थियों की भारी भीड़ उमड़ती है। 1100 सीढ़ियाॅं चढ़कर भक्त दर्शन के लिए पूरे जोश के साथ पहुंचते हैं,
Samod Mandir Ka Rahsya सामोद मन्दिर का रहस्य
बहुत सालो की बात थी जब लगभग 600 वर्ष पूर्व संत श्री नग्नदास जी अपने शिष्य श्री लालदास जी के साथ, हिमालय से भ्रमण करते हुए आए थे। वे सप्त पर्वत शिखरराज सामोद पर्वत पर तपस्या करने लगे। कहा जाता है कि एक दिन श्री नग्नदास जी ने आकाशवाणी सुनी, “मै शीघ्र ही वीर हनुमान के रूप में प्रकट होऊंगा।” उसी समय नग्नदास जी को पहाड़ी की चट्टान पर श्री हनुमान जी की मूर्ति के दर्शन प्राप्त हुए। तब से श्री नग्नदास जी श्री हनुमान जी की आराधना करने लगे तब यह स्थान अत्यंत ही एकांत और दुर्गम था। यहाँ जंगली जानवर विचरते थे। आम आदमी का आना-जाना ना के बराबर था। संत श्री नग्नदास जी वीर हनुमान जी की पूजा अर्चना किया करते थे
सिढ़ियों
वीर हनुमान मन्दिर पर जाने के लिए जमीन से पहाड़ी के ऊपर हनुमान जी मूर्ति तक जाने के लिए सभी को १२०० से जायदा सिढ़ियों से जाना पड़ता है बहुत थकान महसूस करना पड़ता है लेकिन bhagwan के दर्शन करने के बाद थकान का पता भी नही चलता दर्द गायब हो जाता है यही तो मन्दिर का करिश्मा है इस मन्दिर के आस पास बहुत गनी जंगल बसा हुआ है चारो और मन्दिर से कुछ ही दुरी पर पानी के झरना बहता है बारिश के समय बहुत सुन्दर नजारा देखने को मिलता है
मन्दिर तक कैसे पहुचे
जयपुर से समोद मन्दिर जाने के लिए बहुत सारी बसे लगती है
आप अपना स्वम् का पर्सनल साधन भी ले जा सकते है
जयपुर से कैब की सहयता से आप जा सकते हो
जयपुर एअरपोर्ट सीधा सामोद के लिए टेक्सी use ले सकते हो
मन्दिर मैं पार्किंग की सुविधा
जी हा मन्दिर परिसर की और से मन्दिर के आस पास बहुत सी खाली जगह पर सरकार की और से नि-शुल्क पार्किंग की सुविधा कर दिया है
इस मन्दिर मैं बहुत से प्रकार के साधन आते है जिसमे कुछ साधन के चार्ज देना होगा
मन्दिर के ऊपर जाने के लिए साधन
हा जी अगर आप सामोद मन्दिर जा रहे हो तो आपको सिढ़ि चलने की जरुरत नही है क्योंकि अब मन्दिर के ऊपर जाने के लिए उड़न कटोला का प्रारम कर दिया है जिसमे एक बार मैं 4 सवारी एक साथ जा सकती है और 4 हि ऊपर से एक साथ आ सकती है यह बहुत अच्छी सुविधा चलाई है सामोद परिसर को बहुत-बहुत धन्यवाद !
उड़न कटोला का चार्ज 60 रूपए पर सवारी है उड़न कटोला की दुरी 400 मीटर की बनाई गयी है और छमता 500 किलो वजन तक ले जाने की बनाई गयी है
सवामनी के लिए धर्मशाला
राजस्थान सरकार ने सामोद वीर हनुमान मन्दिर के लिए 200 करोड़ का दान किया गया है जिस से सामोद को ट्रेवल्स पैलेस बना सके इस मन्दिर के आस पास बहुत सारी जमीन बंजर पड़ी थी उसको सरकार के निर्दा आनुसार बहुत सारी कार्य कर्म के लिए 500 धर्मशाला का निर्माण किया गया है इस मन्दिर मैं सभी जातियो की धर्मशाला बनाए गयी है 5000 लोगो के जीमने की सुविधा उपलब्ध है
मिटटी के टीले
हनुमान मन्दिर के आस पास बहुत सारे मिटटी के टीले बने हुए है मन्दिर के दर्शन करने ले लिए जो लोग आते है वो इन टीलो पर इंजॉय करके जाते है बहुत मजा हाता है इन टीलो पर बहुत लोगो का जमावड़ा लग जाता है
पटवा एवम दुकाने
वीर हनुमान जी मन्दिर के बाहर बहुत सारी दुकाने लगी हुई है जिसमे बहुत प्रकार के प्रसाद ,खिलोने ,तस्वीरे आदि का स्थान बना हुआ है
अधिक जानकारी के लिए आपको सामोद परिसर मैं संपर्क करे
ई-मेल: info@samodbalaji.com, balaji@samodbalaji.com
जय हिन्द जय भारत