सितोलिया खेल
Sitoliya Khel Prampra Khel khele सितोलिया खेल परंपरा खेल खेले :- अक्सर देखा जाए तो गाँव मैं पहले मोबाइल की दुनिया तो थी नही ओर ना ही कोई मनोरंजन का साधन था जिससे बच्चे गर्मी के समय को काट सके खेल के मध्यम से खेल को खेल की भावना से खेले ओर खेल को अपने स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुचाए इस दुनिया मैं अब खेल रहा ही नही सितोलिया खेल मैं सात पत्थर ओर एक गेंद होती है इस खेल को घर से कुछ दूर खेला जाता है
क्योंकि इस खेल मैं जगह चाइये खेलने के लिए ,एक बहुत बड़ा ग्राउंड होना आवशक है इस खेल मैं दो टीम बनी होती है जिसमे बराबरी सदस्य बने होते है इस खेल मैं कितने भी सदस्य खेल सकते है लेकिन टीम मैं सदस्य बराबर होना आवशक है
पत्थर से बना स्तंभ
खेल का मजा तो जब आता है जब एक टीम का खिलाड़ी गेंद से पत्थर से बना स्तंब को गिरा देता है ओर वो वहा से दोड्ते हुये पत्थर से बने स्तंब को वापस बनाने मैं सहायता प्रदान करता है बिना गेंद लगे खेल तब तक जारी रहता है जब तक जिस टीम के खिलाड़ी ने पत्थर पे गेंद मारा था ओर उस टीम के किसी भी एक खिलाड़ी को गेंद लग न जाए अगर बिना गेंद लगे वो टीम उस पत्थर से बने स्तंभ को बनाने मैं सफल हो जाए वो टीम जीत जाती है ओर अगर किसी के भी गेंद टच हो जाती है वो टीम आउट हो जाती है
इस खेल को खेलने मैं बहुत आनंद आता है क्योंकि ये खेल ही गाँव की याद दिलाता है ओर इस खेल को देख कर मैं मेरे बचपन को याद कर लेता हूँ